उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में टॉप अचीवर्स अवार्ड, दिल्ली में मिला सम्मान
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस
उत्तराखंड ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन किया है। व्यापार सुधार में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राज्य को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस कार्यक्रम के तहत टॉप अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार नई दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उद्योग सचिव विनय शंकर पांडेय और उद्योग महानिदेशक सौरभ गहरवार को प्रदान किया।
उत्तराखंड ने पांच प्रमुख सुधार क्षेत्रों में सबसे अच्छी उपलब्धि हासिल की है। इनमें व्यवसाय प्रवेश, निर्माण परमिट सक्षमकर्ता, पर्यावरण पंजीकरण, निवेश सक्षमकर्ता और श्रम विनियमन सक्षमकर्ता शामिल हैं। 2015 में राज्य इस सूची में 23वें स्थान पर था, लेकिन लगातार सुधार और नीतिगत पहल के चलते अब यह शीर्ष स्थान प्राप्त कर चुका है। पहले ही 2023 में राज्य को इस क्षेत्र में पुरस्कार मिल चुका था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने निवेश के अनुकूल माहौल तैयार करने पर विशेष ध्यान दिया है। इसके तहत सिंगल विंडो प्रणाली के माध्यम से आवेदन, ऑनलाइन भुगतान, रियल टाइम ट्रैकिंग, अंतिम मंजूरी और नवीनीकरण जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। वर्तमान में 20 से अधिक विभागों में 200 से अधिक सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं।
इसके अलावा, राज्य ने निवेश, स्टार्टअप और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ इन्वेस्टमेंट, स्टार्टअप एंड एंटरप्रेन्योरशिप (USPISSE) की स्थापना की है। इसका उद्देश्य उत्तराखंड को देश का अग्रणी औद्योगिक निवेश केंद्र बनाना है। अधिकारियों का कहना है कि इस पुरस्कार से सरकार की नीतिगत पारदर्शिता, उद्योग-अनुकूल वातावरण और निवेशकों के विश्वास का प्रमाण मिलता है।
राज्य में अप्रैल 2026 से परिसंपत्तियों की वर्चुअल रजिस्ट्री लागू होगी। इससे समय की बचत होगी और रजिस्ट्री पूरी तरह पेपरलेस हो जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि ये सुधार न केवल निवेश को बढ़ावा देंगे बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेंगे।
