Chamoli: गढ़वाली गायिका प्रियंका मेहर के गीत पर विवाद, उर्गम गांव की छवि धूमिल करने के आरोप में नोटिस
प्रियंका मेहर
चमोली जिले में गढ़वाली संगीत जगत से जुड़ा एक मामला तेजी से तूल पकड़ रहा है। ज्योतिर्मठ के ब्लॉक प्रमुख अनूप सिंह नेगी ने लोकप्रिय गढ़वाली गायिका प्रियंका मेहर को नोटिस जारी किया है। आरोप है कि उनके नए गीत “स्वामी जी प्लीज” में उर्गम गांव से संबंधित एक आपत्तिजनक पंक्ति का प्रयोग किया गया है, जिससे गांव की छवि खराब हुई और स्थानीय जनता की भावनाएं आहत हुई हैं।
मामले की शुरुआत गीत में इस्तेमाल की गई एक लाइन — “उर्गम के कस्से में दगड़ियों के साथ फुल नशे में…” — को अपमानजनक मानते हुए हुई। ब्लॉक प्रमुख का कहना है कि इस पंक्ति से उर्गम गांव को गलत और नकारात्मक रूप से पेश किया गया है। नोटिस में कहा गया है कि गीत के माध्यम से न केवल चमोली, बल्कि पूरे उत्तराखंड में उर्गम गांव की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि उर्गम एक धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र है। यहाँ पंच बदरी में से एक ध्यान बदरी और पंच केदारों में से पंचम केदार कल्पेश्वर मंदिर स्थित है। ऐसे पवित्र स्थल से जुड़े गांव को ‘नशे और दगड़ियों’ से जोड़कर प्रस्तुत करना गांववालों को बेहद आपत्तिजनक लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह उनकी विरासत, आस्था और सामाजिक सम्मान पर सवाल खड़ा करता है।
उधर, विवाद के बाद गीत में अभिनय करने वाले युवक ने भी सोशल मीडिया पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि मामला उठने के दौरान प्रियंका मेहर का निजी मोबाइल नंबर सार्वजनिक किया गया, जो गलत है। इस पर उन्होंने भी नोटिस जारी करने की बात कही है।
गीत को लेकर पैदा हुआ यह विवाद अब सोशल मीडिया पर चर्चाओं का विषय बन गया है। कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला बता रहे हैं, जबकि कई लोग गांव की छवि के गलत चित्रण को गंभीर मान रहे हैं।
स्थानीय प्रशासन ने भी मामले पर नजर बनाए रखी है। ब्लॉक प्रमुख द्वारा जारी नोटिस में गायिका से सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।
इस विवाद ने स्थानीय कला, संगीत और सामाजिक संवेदनशीलता के संतुलन पर चर्चा छेड़ दी है। आगे यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रियंका मेहर इस नोटिस का क्या जवाब देती हैं और मामला किस दिशा में आगे बढ़ता है।
