Uttarakhand: नवंबर तक किसानों के लिए कुछ बड़ा होने वाला है, जानिए क्या तैयारी कर रही सरकार
देहरादून ( aajuttarakhand ) – Uttarakhand राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर शनिवार को राजधानी देहरादून स्थित हिमालयन संस्कृति सभागार में पशुपालन विभाग की ओर से विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ निदेशक पशुपालन डॉ. उदय शंकर पांडेय ने किया। इस अवसर पर पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा और सचिव वीवीआरसी पुरूषोत्तम के निर्देशन में विभागीय अधिकारियों और पशुपालकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
कार्यक्रम में पशुपालकों को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं, अनुदानों और रोजगार अवसरों की विस्तृत जानकारी दी गई। निदेशक ने बताया कि राज्य सरकार पशुपालन को ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानते हुए किसानों और पशुपालकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. राकेश कुमार नौटियाल ने बताया कि 9 नवंबर तक प्रदेशभर में 2000 किसान क्रेडिट कार्ड, 500 सीएम राज्य पशुधन मिशन पत्र, और 200 ग्राम्य गो सेवकों के चयन का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा राज्य के सभी जिलों और विकासखंडों में 9 नवंबर तक विभिन्न गोष्ठियों, जागरूकता कार्यक्रमों और पशु मेलों का आयोजन किया जाएगा।
विशेष रूप से 5 नवंबर को दून विश्वविद्यालय में अंतरराज्यीय प्रवासी उत्तराखंड सम्मेलन और 7 नवंबर को पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में किसान एवं पशुपालकों का भव्य मेला आयोजित किया जाएगा। इन कार्यक्रमों के माध्यम से पशुपालकों को तकनीकी प्रशिक्षण, सरकारी योजनाओं की जानकारी और विपणन के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
पहले दिन ही प्रदेश के आठ स्थानों पर जागरूकता गोष्ठियां और 13 स्थानों पर पशु प्रदर्शनी आयोजित की गईं। बद्री गाय संरक्षण और संवर्धन कार्यक्रम के तहत 2024 पशु और 2037 पशुपालक लाभान्वित हुए। पशु प्रदर्शनी में 995 पशु और 1040 पशुपालक, जबकि जागरूकता शिविरों में 2061 पशु और 674 पशुपालक शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य में पशुपालन को लाभकारी बनाना और युवाओं को इस क्षेत्र की ओर आकर्षित करना है, ताकि उत्तराखंड आत्मनिर्भर ग्रामीण अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ सके।

FAQ — पशुपालन प्रदर्शनी और राज्य सरकार की योजनाएं
- Q1. पशुपालन प्रदर्शनी कहां आयोजित की गई?
प्रदर्शनी देहरादून स्थित हिमालयन संस्कृति सभागार में आयोजित की गई। - Q2. कार्यक्रम का आयोजन किसने किया?
यह आयोजन पशुपालन विभाग, उत्तराखंड सरकार की ओर से किया गया। - Q3. कार्यक्रम का शुभारंभ किसने किया?
प्रदर्शनी का शुभारंभ निदेशक पशुपालन डॉ. उदय शंकर पांडेय ने किया। - Q4. प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि कौन थे?
पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा और सचिव वीवीआरसी पुरूषोत्तम के निर्देशन में कार्यक्रम हुआ। - Q5. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्या था?
राज्य के पशुपालकों और किसानों को सरकारी योजनाओं, अनुदानों और रोजगार अवसरों के बारे में जानकारी देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना। - Q6. सरकार ने इस अभियान में क्या लक्ष्य तय किया है?
9 नवंबर तक - 2000 किसान क्रेडिट कार्ड जारी करने
- 500 सीएम राज्य पशुधन मिशन पत्र जारी करने
- और 200 ग्राम्य गो सेवकों के चयन का लक्ष्य रखा गया है।
