देहरादून में बड़ा खुलासा: त्यूणी की रीना बनी फरजाना, बांग्लादेशी युवक से निकाह—फर्जी दस्तावेज़ और एंटी-नेशनल एंगल की जांच तेज
एंटी-नेशनल
देहरादून पुलिस ने एक ऐसे मामले का भंडाफोड़ किया है जिसने उत्तराखंड ही नहीं, देशभर में सनसनी फैला दी है। त्यूणी की रीना चौहान सोशल मीडिया के जरिए बांग्लादेशी युवक ममून हसन के संपर्क में आई और देखते ही देखते यह दोस्ती प्यार में बदल गई। लेकिन यह संबंध जितना सीधा दिखाई देता था, इसके पीछे की कहानी उतनी ही जटिल और चौंकाने वाली है। पुलिस जांच में सामने आया है कि रीना न केवल बांग्लादेश गई, बल्कि वहां उसने अपनी नई पहचान ‘फरजाना अख्तर’ के नाम से दस्तावेज़ भी बनवा लिए।
मामला 20 नवंबर को तब सामने आया जब देहरादून पुलिस ने शहर में फर्जी पहचान के साथ रह रहे दो युगल को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि युवक ममून हसन (28) बांग्लादेश का नागरिक है, जो टूरिस्ट वीजा पर बार-बार भारत आता रहा। इसी दौरान उसने त्यूणी की रीना से मुलाकात की और दोनों साथ रहने लगे। पुलिस का कहना है कि रीना ने ममून को भारत में रहने के लिए फर्जी पहचान उपलब्ध कराई। उसने अपने पूर्व पति सचिन के दस्तावेज़ों का दुरुपयोग करके ममून के लिए पहचान पत्र तैयार करवाए। इस काम में कुछ रिश्तेदारों ने भी मदद की थी।
जांच में और बड़ा खुलासा तब हुआ जब बांग्लादेशी एजेंसियों द्वारा भेजे गए दस्तावेज़ों में रीना का नाम फरजाना अख्तर पाया गया। इन दस्तावेज़ों में वह पूरी तरह मुस्लिम पहचान में बुर्खे में नजर आ रही है। जबकि भारत में वह हिंदू रीति-रिवाजों के साथ मंगलसूत्र पहनकर रहती थी। दोनों ने बांग्लादेश में निकाह किया और रीना ने वहीं की पहचान पर दस्तावेज़ बनवाए।
पुलिस अब इस मामले की जांच एंटी-नेशनल गतिविधियों के एंगल से भी कर रही है। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि दोनों की गतिविधियों, दस्तावेज़ों, यात्रा इतिहास और संपर्कों की गहराई से पड़ताल की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं इस रिश्ते का इस्तेमाल भारत में अवैध रूप से घुसपैठ, फंडिंग या किसी अन्य साजिश के लिए तो नहीं किया गया।
इस मामले ने सोशल मीडिया दोस्ती के खतरों से लेकर अवैध पहचान और सीमापार गतिविधियों तक कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना जता रही है।
