Uttarakhand: शिक्षण संस्थानों में मनाया जाएगा ‘वंदे मातरम्’ स्मरणोत्सव, शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने दिए निर्देश
वंदे मातरम्
राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में उत्तराखंड के सभी शैक्षणिक संस्थानों में भव्य रूप से ‘वंदे मातरम् स्मरणोत्सव’ मनाया जाएगा। शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शनिवार को वर्चुअल बैठक के माध्यम से प्रदेशभर के शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि यह अवसर भारत माता और राष्ट्रगीत के प्रति सम्मान और गौरव की भावना को जन-जन तक पहुँचाने का है। स्मरणोत्सव के तहत 26 नवंबर को प्रदेश के सभी राजकीय, सहायता प्राप्त एवं निजी विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों और चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इन कार्यक्रमों में रैली, मार्च पास्ट, भाषण प्रतियोगिता, वाद-विवाद, गोष्ठियां और विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल होंगी। मंत्री ने कहा कि इन आयोजनों का उद्देश्य छात्रों में देशभक्ति, संवैधानिक मूल्यों और राष्ट्रगौरव की भावना को सशक्त करना है।
शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि स्मरणोत्सव केवल एक औपचारिक आयोजन न रहे, बल्कि यह छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव बने।
बैठक में उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कार्यक्रमों में अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों, स्थानीय नागरिकों और स्वतंत्रता सेनानियों को आमंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों को इस अवसर पर विशेष रूप से सम्मानित किया जाए, ताकि नई पीढ़ी उनके बलिदान और योगदान से प्रेरणा ले सके।
मंत्री रावत ने अधिकारियों को यह भी कहा कि सभी संस्थान अपने-अपने कार्यक्रमों के फोटोग्राफ्स और वीडियोज़ केंद्र सरकार के निर्धारित पोर्टल पर अपलोड करें, ताकि उत्तराखंड की भागीदारी राष्ट्रीय स्तर पर दर्ज की जा सके।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन भारत के सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता के प्रतीक गीत ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ को ऐतिहासिक बनाने का अवसर है। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों से आह्वान किया कि वे इसे देशभक्ति के उत्सव के रूप में मनाएँ और राष्ट्रनिर्माण के संकल्प को दोहराएँ।
