वनंतरा रिजॉर्ट के बाहर उबाल: अंकिता हत्याकांड में फांसी की मांग, प्रदर्शनकारियों और पुलिस में नोकझोंक
वनंतरा रिजॉर्ट
अंकिता भंडारी हत्याकांड में न्याय की मांग को लेकर रविवार को ऋषिकेश के पास वनंतरा रिजॉर्ट के बाहर माहौल तनावपूर्ण हो गया। मूल निवास भू-कानून संघर्ष समिति के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग वनंतरा रिजॉर्ट पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली।
गंगा भोगपुर तल्ला क्षेत्र में प्रस्तावित प्रदर्शन की सूचना पहले से मिलने पर पौड़ी गढ़वाल जिला प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया था। रिजॉर्ट की ओर जाने वाले रास्तों पर बैरिकेटिंग की गई थी। जैसे ही प्रदर्शनकारी आगे बढ़ने लगे, पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कुछ देर तक पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की की स्थिति बनी रही।
मूल निवास भू-कानून संघर्ष समिति के संयोजक लुशुन टोडरिया ने कहा कि जब तक अंकिता भंडारी को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने साफ कहा कि इस जघन्य हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। टोडरिया ने आरोप लगाया कि पुलिस दबाव बनाकर जनता की आवाज को दबाना चाहती है, लेकिन आंदोलन पीछे नहीं हटेगा।
संस्था के संस्थापक संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि अंकिता को न्याय दिलाने की लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है। वहीं हिमांशु रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार शुरू से ही इस मामले में वीआईपी लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है। पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने भी जांच को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में होनी चाहिए।
प्रदर्शनकारियों ने ऐलान किया कि 30 दिसंबर को देहरादून में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों को आमंत्रित किया जाएगा। अंकिता हत्याकांड को लेकर प्रदेश में लगातार बढ़ते जनआक्रोश से साफ है कि न्याय की मांग अब और तेज होती जा रही है।
